The Ultimate Guide To बबूल के फायदे और नुकसान
यह घाव बाद में गंभीर रूप में बदल सकता है, लेकिन गुलमोहर का प्रयोग इन्फेक्शन को बढ़ने से रोक सकता है.
आज के समय पर शारीरिक खेल खेलना क्यों आवश्यक है अपने विचार दीजिये - aaj ke samay par shaareerik khel khelana kyon aavashyak hai apane vichaar deejiye
बबूल का इस्तेमाल निम्न तरह से किया जा सकता हैः-
Posts on StyleCraze are backed by verified data from peer-reviewed and academic research papers, reputed businesses, investigation institutions, and health care associations to make certain precision and relevance. Check out our editorial coverage for further more facts.
अगर पेट में दर्द हो तो उसके लिए बबूल के फल को भूनकर उसका चूर्ण बना लें और पानी को उबालने के बाद जब वो थोड़ा गर्म रह जाए तो उसी गुनगुने पानी के साथ चूर्ण का सेवन कर सकते हैं। इससे पेट दर्द में काफी आराम मिल सकता है।
औषधीय गुणों से भरपूर बबूल के पत्तियां को घाव भरने में बहुत ही फायदे मंद माने जाते हैं। बबूल के पत्तों का इस्तमाल रक्त स्राव एवं संक्रमण रोकने में किया जा सकता है साथ ही बबूल से घावों को ठीक किया जाता है।
यह बबूल की प्रजाति का पेड़ है। यह छोटा वृक्ष होता है, जिसमें कांटे होते हैं। इसकी छाल पतली तथा गहरे भूरे रंग की होती है। पुराना हो जाने पर काले रंग के हो जाती है। इसके पौधे से रस निकलता है, जिसका प्रयोग चिकित्सा के लिए किया जाता है।
अगर आपका पूरा शरीर दर्द कर रहा है। तो बदन दर्द से राहत पाने के लिए बबूल की छाल और गोंद को बराबर मात्रा में मिलाकर पीस लें। दिन में तीन बार एक-एक चम्मच सेवन करने से बदन दर्द से राहत मिलती है।
बबूल की दो प्रजातियां होती हैं। जिनमें से एक होती है श्वेत खदिरी या त्रिकंटकी और दूसरी क्षुद्र किंकिरात या क्षुद्र बर्बुर।
आजकल हर कोई तनाव की समस्या से परेशान है लेकिन कीकर का गोंद इसके प्रभाव को कम करने में बहुत ही लाभदायक होता है क्योंकि इसमें प्रचुर मात्रा में एंटी ऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं जो तनाव को कम करने में मददगार होते हैं।
बबूल का इस्तेमाल स्वास्थ्य लाभ के अलावा कागज और फर्नीचर इत्यादि बनाने के काम में किया जाता है।
पुरुषों के वीर्य को बढ़ाने के लिए बबूल के गोंद को घी में तलकर खाने से काफी लाभ मिल सकता है।
உலகில் வாழும் மக்களில் பெரும்பான்மையானோர் உடல் எடையை குறைக்க வேண்டும் என்று தான் ஆசைப்படுகின்றனர்; ஏனெனில் அதிகரித்த உடல் எடையை குறைப்பது ஒர...
इससे हमारा इम्यूनिटी सिस्टम कमजोर हो सकता है. गुलमोहर के एंटी बैक्टीरियल, एंटी इंफ्लेमेटरी, एंटी माइक्रोबियल गुण इस more info बीमारी को ठीक करने में सहायक हैं.